परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापकों के लिए आयोजित लिखित परीक्षा के प्रश्नों को लेकर विवाद अभी थमा नहीं है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने 9 मई को संशोधित उत्तरमाला और 12 मई को परिणाम जारी किया था। लेकिन 1-2 नंबर से फेल हो रहे सैकड़ों अभ्यर्थियों ने तकरीबन एक दर्जन प्रश्नों के उत्तर को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट की इलाहाबाद और लखनऊ खंडपीठ में 200 से अधिक याचिकाएं की हैं। रिजल्ट जारी होने के बाद विभाग इन याचिकाओं का जवाब लगाने में ही व्यस्त है।
सर्वाधिक विवादित प्रश्न नाथ संप्रदाय के प्रवर्तक से जुड़ा है। विषय विशेषज्ञों ने नाथ संप्रदाय के प्रवर्तक मत्स्येन्द्र नाथ को माना है जबकि अभ्यर्थी साक्ष्यों के साथ गोरखनाथ सही जवाब बता रहे हैं। इसके अलावा भारत में गरीबी का आकलन किस आधार पर किया जाता है समेत अन्य प्रश्नों के उत्तर के खिलाफ अभ्यर्थियों ने याचिकाएं की हैं। विशेषज्ञों की रिपोर्ट पर पाठ्यक्रम से बाहर पूछे गए हिंदी के तीन प्रश्नों पर सभी को समान रूप से 1 अंक दिए जा चुके हैं।
भर्ती परीक्षा रद्द कराने को ट्विटर पर अभियान
69000 शिक्षक भर्ती परीक्षा में पेपर आउट करने की जांच समेत अन्य सवालों का जवाब भी नहीं दिए बिना ही ऑनलाइन आवेदन शुरू करने के विरोध में प्रतियोगी छात्रों ने रविवार को प्रतिवाद दिवस मनाया। न्याय मोर्चा के संयोजक सुनील मौर्य ने कहा कि आज हजारों ट्वीट कर भर्ती परीक्षा रद्द कराने की मांग की गई छात्रों ने कहा जो अभ्यर्थी हाई स्कूल इंटर स्नातक में प्रथम श्रेणी नहीं आ सके, टीईटी में कम नंबर से पास हुए वे अचानक लिखित परीक्षा में टॉपर कैसे हो गए।
उत्तरमाला के खिलाफ 200 से अधिक याचिका
Reviewed by Akash
on
May 25, 2020
Rating:
Reviewed by Akash
on
May 25, 2020
Rating:

No comments: